Monday, 11 April 2011

गुंडा गर्दी

गुंडा गर्दी
इस गुंडा गर्दी नै बेबे ज्यान काढ ली मेरी हे
सफ़ेद पोश बदमाशों नै इसी घाल दी घेरी हे
रोज तडकै होकै त्यार मनै हो कालेज के म्हं जाना
नापूता रोज कून पै पावै उन्नै पाछै साईकल लाना
राह मैं बूढ़े ठेरे बी बोली मारें हो मुश्किल गात बचाना
मुंह मैं घालन नै होज्याँ मने साब्ती नै चाहवें खाना
उस बदमाश जाले नै या चुन्नी तार ली मेरी हे ||
मने सहमी सी नै माँ आगे फेर बात बताई सारी
सीधी जाईये सीधी आईये मनै समझावै महतारी
तेरा ए दोष गिनाया जागा जै तनै या बात उभारी
फेर के रह्ज्यगा बेटी जिब इज्जत लुटजया म्हारी
बोली हाथ जोड़ कै कहरी मनै मान ली भतेरी हे ||
नयों गात बचा कै मनै पूरे तीन साल गुजार दीये
एच ए यूं मैं लिया दाखिला पढ़न के विचार कीये
वालीबाल मैं लिकड़ी आगे सबके हमले पार कीये
के बताऊँ किस किस नै मेरे पै जो जो वार कीये
मार मार कै तीर कसूते या छाती साल दी मेरी हे ||
कुछ दिन पहलम का जिकरा दूभर जीणा होग्या
इन हीरो होंडा आल्यां का रोज का गमीणा होग्या
कई बै रोक मेरी राही खड्या वोए कमीणा होग्या
उस दिन बी मैं रोक लाई घूँट खून का पीणा होग्या
कई हाँसें थे उडै जिब साईकल थाम ली मेरी हे ||
मेरी आँख्यां आगे अँधेरा था पर मने वो थपेड दीया
जोर का मारया धक्का मोटर साईकल धकेल दीया
नयों बोल्या मैं ना असली जै घाल नहीं नकेल दीया
तनै पडे भुगतना छोरी मोटा तित्तया यो छेड़ दीया
नयों कहै उस नीच जाले नै बांह मोस दी मेरी हे ||
भीड़ मैं तै फेर एक छोरा थोड़ा सा आगे नै आया था
के थारे बहन बेटी नहीं सै वो थोड़ा सा गुर्र्याया था
उतरया पेट मैं छः इंची बेचारे नै चक्कर खाया था
देख लिया अंजाम उसका जिन्नै बीच मैं पैर अड़ाया था
ठा फिट फटती भाज गये उन्नै लाज राख दी मेरी हे ||
एक बोल्या के बिगडया तेरा छोरा ज्यान तै खूज्यागा
दूजा बोल्या ताली दो हाथों बजै नया पवाडा बूज्यागा
मैं सोचूँ के होगा जिब यो बर्ताव म्हारी जड़ों मैं चूज्यागा
सराफत ना टोही पावै बदमाशी का लाग यो ढूँज्यागा
हांगा ला बचा लिया डाक्टरों नै बचा साख दी मेरी हे ||
हे मेरी बहना म्हारी गेल्याँ इसी बात रोज बनै सै हे
इसे ऊतों की या सड़कों ऊपर पूरी फ़ौज फिरै सै हे
एक एक करकै तेरी मेरी या कटती गुज फिरै सै हे
सब कठठी होल्यो नै सबनै कहती सरोज फिरै सै हे
पुलिश ना मदद करै रणबीर गांठ बांध दी मेरी हे ||

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