Monday, 8 April 2024

16 फरवरी का ग्राम बन्द

16 फरवरी का ग्राम बन्द ग़रीब किसान मजदूर का बंद सौलां फरवरी नै होवैगा।।* *किसान मजदूर और कर्मचारी भाई बीज एकता के बोवैगा।।* 1 कारपोरेट के खिलाफ रै छेड़ दई जंग पूरी देखो सरकार इनकी तलहडू सै रै करै जी हजूरी देखो *आर पार की होगी लड़ाई ,मोदी नई झूठ टोहवैगा।।* किसान मजदूर और कर्मचारी भाई बीज एकता के बोवैगा।।* 2 जात धर्म पै लड़वा कै नै तेज कर रे लूट म्हारी मजदूर किसानां कै दे दी आछी तरियां बुहारी *किसान मजदूर विरोधी नीति ,मोदी देश नै डुबोवैगा।।* किसान मजदूर और कर्मचारी भाई बीज एकता के बोवैगा।।* 3 निजीकरण करकै सारे महकमे बेच दिये रै अडानी अम्बानी के निशाने पै सारे टेक दिये रै * कोण्या परवाह संविधान की , सम्मान देश का खोवैगा।।* किसान मजदूर और कर्मचारी भाई बीज एकता के बोवैगा।।* 4 सँघर्ष करकै समझ बूझ तैं आगै ले ज्यावांगे या नब्बे दस की लड़ाई सै जीत कै दिखावांगे *रणबीर सिंह बरोने आला नए नए छंद पिरोवैगा।।* किसान मजदूर और कर्मचारी भाई बीज एकता के बोवैगा।।*

आज़ादी की पहली जंग

आज़ादी की पहली जंग में गुप्त योजना घड़ी गयी। लाखों-लाख लड़े थे उसमैं, सारे हिन्द मैं लड़ी गयी।। सन् सत्तावन मई महीना तारीख थी वा एक कम तीस, हांसी और हिसार के म्हां अंग्रेजां की बांधी घीस, गोरे अफसर उड़ा दिए भई कर दिए धड़ तै न्यारे शीश, अफरा-तफरी फैली गई भई प्रशासन को दिया पीस, अंग्रेजां की तोप देखल्यो कूण्यां के म्हां पड़ी रही।। हिसार के म्हां जेळ तोड़ दी, कैदी-कैदी लिया छूट, गोरे अफसर बारहा मारे खजाना था लिया लूट, बेड्डरबर्न डी.सी. मार्या राजपाट लिया टूट, खोज-खोज के गोरे मारे पाणी का ना मांग्या घूंट, नखरे आळी मेम देखल्यो कोणे के म्हां खड़ी रही। हांसी ऊपर हमले मैं भाई देखी कला निराली थी, बर्छी, भाले, तलवार उठा रहे संग बंदूक दुनाली थी, रोहणात, पुट्ठी, मंगलखां और संग-संग चली मंगाली थी, खरड़, अलीपुर, हाजमपुर, भाटोल राघड़ां आळी थी, जमालपुर के वीरां स्याह्मी गोरी पलटण अड़ी नहीं।। पुट्ठी आळे वीरां नै रण मैं कमाल दिखाया था, तहसीलदार किले पै मार्या अचूक निशाना लाया था, ग्यारहा गोरे टोटल मारे एकदम करया सफाया था, खज़ाना लूट्या, जेळ तोड़ दी, अपणा राज बणाया था, हबीब भारती देख छावणी पैरां नीच्चै छड़ी गयी।

जागी महिला हरियाणे की

जागी महिला हरियाणे की करकै कमाल दिखाया सै, मिलकै नै कदम उठाया सै, खेतां मैं खूब कमाया सै, जागी महिला हरियाणे की।। 1. देश की आजादी खातर अपणी ज्यान खपाई बेबे गामड़ी सांघी खिडवाली मैं न्यारी रीत चलाई बेबे लिबासपुर रोहणात मैं बहादरी थी दिखलाई बेबे अंग्रेजां तै जीन्द की रानी गजब करी लड़ाई बेबे अंग्रेजां का भूत बनाया, यो सब कुछ दापै लाया, देश आजाद कराणा चाहया जागी महिला हरियाणे की।। 2. देश आजाद होये पाछै हरित क्रांति ल्याई बेबे खेत क्यार कमावण तै कदे नहीं घबराई बेबे डांगर ढोर संभाले हमनै दिन रात कमाई बेबे घर परिवार आगै बढ़ाये स्कूलां करी पढ़ाई बेबे हरियाणा आगै बढ़ाया सै ,सात आसमान चढ़ाया सै, गुण्डयां का जुलूस कढ़ाया सै, जागी महिला हरियाणे की।। 3. हमनै गाम बराहणे मैं दारू बन्दी पै गोली खाई सै खेलां के मैदानां मैं जगमति सांगवान खूबै छाई सै सुशीला राठी बड्डी डॉक्टर हरियाणे की श्यान बढ़ाई सै नकल रोकती बाहण सुशीला जमा नहीं घबराई सै चावला नै नाम कमाया सै, महिला का मान बढ़ाया सै यो रस्ता सही दिखाया सै, जागी महिला हरियाणे की।। 4. संतोष यादव बाहण म्हारी करकै कमाल दिखाया हे सुमन मंजरी डीएसपी पुलिस मैं नाम कमाया हे सांगवान मैडम नै बिमल जैन तै सबक सिखाया हे नवराज जयवन्ती श्योकन्द जीवन सफल बनाया हे ज्योति अरोड़ा सरोज सिवाच प्रशासन खूब चलाया हे ये आगै बढ़ती जारी बेबे, करकै कमाल दिखारी बेबे रणबीर मान बढ़ारी बेबे, जागी महिला हरियाणे की।।