Wednesday, 21 June 2023

डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर


डॉक्टर नरेंद्र दाभोलकर थारी क़ुरबानी रंग ल्यावैगी।।
स्वतंत्र हिन्दुस्तान मैं या जरूर नया इतिहास रचावैगी।।
अग्रगामी चेतना की हत्या करकै हत्यारे बच ना पावैंगे
हर जागां डॉक्टर नरेंद्र पावैं जिस मोड़ पै ये लखावैंगे
अंध श्रद्धा उन्मूलन खातिर कतार इब बढ़ती जावैगी।।
आहात सां सन्तप्त सां सुण्या जब थारे कत्ल बारे डॉक्टर
गुस्सा हमनै घणा आरया सै हिम्मत कोण्या हारे डॉक्टर
तेरी क़ुरबानी यकीन मेरै घर घर मैं मशाल जलावैगी।।
लेखक संस्कृतकर्मी वैज्ञानिक कट्ठे हुए सैं कलाकार
पूरे हिन्दुस्तान के नर नारी हम देवां मिलकै ललकार
रूढ़िवाद की ईंट तैं ईंट देश मैं इब तावली बज पावैगी।।
हमनै बेरा उन ताकतों का जिणनै कत्ल करया थारा रै
होंश ठिकाणै सैं म्हारे जबकि खून खोल गया म्हारा रै
रणबीर सिंह नै कलम ठाई पूरी दुनिया नै जगावैगी ।।

दुलीना कांड

         दुलीना कांड

दुलीना कांड नै यो पूरा एक साल हो लिया रै।। सारे कातिल छूट कै आगे बुरा हाल हो लिया रै।।
1
माणस मारे पुलिस चौकी मैं सबकै स्याहमी  आई रे
गुपचुप चुप करवाए नहीँ करी  कानूनी कार्यवाई रै
माणस तैं बढ़कै गऊ धर्म ठेकेदार नै बात बताई रै
गऊशाला मैं नहीं ले जाते सुन्नी गऊ देवैं दिखाई रै
गऊ चमड़े पै कई जागां खड़या बबाल हो लिया रै।।
2
चमड़े के ठेके सभी गौशाला सारे कै ठवावैं देखो
गऊ के नाम पै चंदा सारा ये सबतैं ले ज्यावैं देखो
गऊआं की हड्डी चिलकैं कोये डॉक्टर ना बुलावैं देखो
गऊ की हालत गौशाला मैं कई कई मरी पावैं देखो
गऊ हिम्माती बणे हत्यारे किसा कमाल हो लिया रै।।
3
जिंदा की कोये सम्भाल नहीं मरी पै माणस मार रहे
गऊ के रक्षक चमड़े का कर करोड़ां का व्यापार रहे
बणा गऊ नै मोहरा दलितों पर कर अत्याचार रहे
अल्प संख्यक पै हमले गऊं का बणा हथियार रहे
गऊ पै करैं राजनीति खड़या यू सवाल हो लिया रै।।
4
ट्रैक्टर खेती मैं आया तो बुलध कितै कितै रैहग्या
गऊ का सम्मान समाज मैं इसे करकै फेर ढ़ेहग्या
ट्रैक्टर कम्पनी ऐश करैं यो किसान गऊ पै फैहग्या
सोचो क्यूं मार काट गऊ पै रणबीर सिंह न्यों कैहग्या
गऊ का चमड़ा आड़ै धर्म की बेढंगी चाल हो लिया रै।।

Monday, 12 June 2023

उन्नीस सौ सात आंदोलन बारे 

 1156

उन्नीस सौ सात आंदोलन बारे जब हम किताब ठावैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

1

लाला जी और अजित सिंह इस आंदोलन के अगाड़ी थे

पगड़ी सम्भाल आंदोलन के वे घणे तगड़े खिलाड़ी थे

पढ़कै पगड़ी सम्भाल जट्टा बांके दयाल कवि सुनावैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

2

गीत नै अभिमान किसानों का उन बख्तों मैं ललकार दिया

इस कविता के भाव को किसानों नै कर अंगीकार लिया

गोरे दबावण की खातर किसानों ऊपर घणे जुल्म ढावैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

3

गोरी सरकार कृषि कानून उन्नीस सौ सात के मैं ल्याई थी

चुपके चुपके पास करया नहीं चर्चा किसे तैं चलाई थी

नहर कालोनियां मैं रहवनियाँ के वे हक खोसे चाहवैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

4

बे उल्लादे जमींदार के मरे पाछै जमीन खोसी चाही थी

जिला अफसर मालिक होगा या काली कानून बनाई थी

लायलपुर मैं होकै कट्ठे ये हजारों किसान विरोध जतावैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

5

अजित सिंह लाला जी नै किसानों साथ मिलकै विरोध जताए

अनदेखी करी गोरयां नै और घणे उनपै जुल्म थे ढाये

दोनूं मांडले जेल भेज दिए गोरे आंदोलन दबाया चाहवैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

6

पूरा पंजाब कट्ठा होकै नै विरोध जतावण के ऊपर भिड़ग्या

बढ़ता गया विरोध गोरयां का कानून खारिज करणा पड़ग्या

ऐतिहासिक हुया वो आंदोलन जब हम हिसाब लगावैं रै ।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

7

गदर लहर बब्बर अकाली इणनै ये विचार आगै बढ़ाये थे 

भगत सिंह हर बरगे क्रांतिकारी आजादी जंग मैं छाये थे

उन्नीस सौ सैंतालीस मैं गोरयां तैं आजादी भारतवासी पावैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

8

रणबीर फेर दी गूंज सुनाई पगड़ी सम्भाल सरोकारों की

काले कानून ल्याई सरकार नहीं पूछ म्हारे विचारों की

पगड़ी सम्भाल स्वाभिमान पै ये गायक गीत सुनावैं रै।।

यो किसानों का इतिहासी बड्डा जंग कसूता बतावैं रै।।

मुस्कान बेनीवाल 

 1157

मुस्कान बेनीवाल ने जॉर्डन में हुई 

एशिया बॉक्सिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है । क्या बताया भला ---

*धन धन मुस्कान बेनीवाल तनै प्रदेश का नाम चमकाया हे।।*

*हरियाणा और रोहतक का नाम दुनिया मैं लिखवाया हे ।।*

सारा हरियाणा यो देण लग्या बहोत बहोत बधाई

नवीन कोच की अर थारी मेहनत सही रंग ल्याई

*घर परिवार नै भी तेरा यो होंसला खूब बढ़ाया हे ।।*

हरियाणा और रोहतक का नाम दुनिया मैं लिखवाया हे ।। 


माता पिता नै उम्मीद थी तुम्हारे गोल्ड मैडल ल्याणे की

यो शीतल नगर बाट देखरया घर घर ख़ुशी मनाणे की

*जसबीर स्मारक तेरी जीत पै यो खुशी मनाता पाया हे।।*

हरियाणा और रोहतक का नाम दुनिया मैं लिखवाया हे ।।

सारे दांव पेंच सीखण की हिम्मत करती चली गई

एक एक कदम बढ़ा कै तूँ आगै बढ़ती चली गई

*जॉर्डन एशिया बॉक्सिंग मुकाबले मैं स्वर्ण जीतकै दिखाया हे ।।*

हरियाणा और रोहतक का नाम दुनिया मैं लिखवाया हे ।।

बढ़ो हमेशा आगै मुस्कान बेटा मुड़कै कदे देखियो मतना

मुश्किल आवैं राह मैं डरकै थाम गोड्डे टेकियो मतना 

*रणबीर बरोने आले नै तत्काल  यो छंद बनाया हे।।*

हरियाणा और रोहतक का नाम दुनिया मैं लिखवाया हे ।।

14.03.2022

जागज्यावां मजदूर किसान

 जागज्यावां मजदूर किसान, देखो हमनै कौण लूट रहे।।

दिन रात हम काम करैं, फेर भी मुश्किल पेट भरैं
करैं मौज आड़ै धनवान, हम पाणी गेल्याँ रोटी घूंट रहे।।
ये पंडे और पुजारी लूटैं, ये अमरीकी ब्योपारी लूटैं
लुटैं क्यों हम भगवान,क्यों अमरीका यूके खागड़ छूट रहे।।
इब तो.......
बिजली चमकै औले पड़ते, हम पाणी के भीतर बड़ते
लड़ते सरहद ऊपर जवान,वे चांदी महलां अंदर  कूट रहे।।
इब तो .....
धनवानों के महल अटारी, खोस लेज्यां मेहनत म्हारी
उतारी म्हारे घरां की छान, बांस ऊँनके बीच तैं टूट रहे।।
इब तो....
जब जब ठाये हमनै झंडे, पुलिस के खाये गोली डंडे
बनादें मरघट का शमशान, घाल कमेरयां भित्तर फूट रहे।।
इब तो.....
सब इंसान कर दिये लाचार, नाव फंसाई बीच मंझदार
हरबार लड़ावैं ये बेईमान, म्हारा सब किमै देखो चूट रहे।।
इब तो....
सुन रणबीर सिंह के गाणे, रोवैं बूढ़े और घणे स्याणे
याणे करे दारू नै गलतान ,भाइयो बोल नहीं झूठ रहे।।
इब तो ....