*ज्ञान विज्ञान आंदोलन नै थारी याद बहोत घणी आवै।।*
*नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।*
1
बणवासा मैं जन्म लिया पिता प्रताप सिंह सूबेदार थे
माता फूलवती तैं मिले घणे पहली संतान नै प्यार थे
हाई स्कूल जनता बुटाना के बताए छात्र होनहार थे
दसवीं पास करकै नै आगै पढ़ने के थारे विचार थे
*एचएयू मैं बीएससी होनर्ज मैं दाखिला सत्तर मैं ले पावै।।*
नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।
2
गोल्ड मैडल लिया बीएससी मैं हांगा ला करी पढ़ाई थी
छात्रों के हक मैं जोर लाकै एचएयू मैं लड़ी लड़ाई थी
वैज्ञानिक सोच का सहारा लेकै उनकी ताकत बढ़ाई थी
इंदरजीत साथी का सम्पर्क पाया
एचएयू मैं जगां बनाई थी
*तर्क वितर्क करकै प्रशासन तैं अपनी बात समझावै।।*
नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।
3
एमरजेंसी का विरोध किया था दोनूं जेल मैं डाल दिये
एक साल ताहिं राखे जेल मैं उड़ै कर पक्के ख्याल लिये
शिव वर्मा हर की किताब पढ़ी और पढ़ाये कमाल किये
एमरजेंसी पाछै टीचर मोर्चे हटकै दोनों नै सम्भाल लिए
*बाजरे की नई किस्म खोज कै अपना यो हुनर चमकावै।।*
नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।
4
अध्यापिका नीलम गेल्याँ थामनै प्रेम विवाह रचाया था
एक लड़की एक लड़का जन्मे न्यों परिवार आगै बढ़ाया था
नीलम जी साथ छोड़गी मां बाप दोनों का फर्ज निभाया था
हिसार तैं रोहतक आये विज्ञान मंच पै समय लगाया था
*स्कूल कालेजों मैं जाकै खेल खेल मैं वैज्ञानिक सोच फ़ैलावै।।*
नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।
नताशा बेटी अर आकाश बेटे तैं क्रांतिकारी विचार समझाये
नताशा बेटी नै जेएनयू मैं सीएए खिलाफ अभियान चलाये
झूठे मुकदमे बणा उनपै सरकार नै छात्र जेल अंदर पहुचाये
महावीर थामनै बेटी नताशा के हौंसले जेल मैं भी बढ़ाये
*फ़िल्म संस्थान कलकत्ता मैं आकाश अपना हुनर बढ़ावै।।*
नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।
साक्षरता आंदोलन हिसार मैं गजब की भूमिका निभाई
जाट आरक्षण मैं भड़की हिंसा झट सद्भावना समिति बनाई
पूरे हरियाणा मैं लायब्रेरी अभियान
इसकी पूरी प्लान समझाई
जन विज्ञान केंद्र हरियाणा की नींव नरवाल थामनै धराई
ज्ञान विज्ञान आंदोलन अधूरे काम पूरे करण पै जोर लगावै।।
बणवासे गाम के छोरे नै रोल मॉडल की छवि बनाई रै
गाम तैं चालकै एचएयू मैं छात्र यूनियन की श्यान बढ़ाई रै
बहनों के लालण पालण मैं थामनै
गजब जिम्मेदारी निभाई रै
मिलकै समाज सुधार की हरियाणे मैं खूब अलख जगाई रै
*मूर्ख रणबीर सब किमैं थारे बारे एक रागनी मैं पिरोया चाहवै।।*
नरवाल थारा मुस्कुराता चेहरा कदे नहीं भुलाया जावै।।
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