Saturday, 19 June 2021

तीज

 तीजां का त्यौहार 

लाल चूंदड़ी दामन काला ,झूला झूलन चाल पड़ी।

कूद मारकै चढ़ी पींग पै ,देखें सहेली साथ खड़ी ।

झोटा लेकै पींघ बधाई , हवा मैं लाल चूंदड़ी लहराई

ऊपर जाकै तले नै आई , उठें दामण की झाल बड़ी।

पींघ दूगनी बढ़ती आवै, घूंघट हवा मैं उड़ता जावै 

झोटे की हींग बढ़ावै ,बाजैं पायां की ये छैल कड़ी ।

मुश्किल तैँ आयी तीज, फुहारां मैं गयी चूंदड़ी भीज

नयी उमंग के बोगी बीज, सुख की देखि आज घड़ी।

रणबीर पिया की आई याद , झूलन मैं नहीं आया स्वाद

नहीं किसे नै सुनी फ़रियाद आंसूआं की या लगी झड़ी।

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