Thursday, 5 March 2020

भगत सिंह की माँ

तनै  देख कै आज भगत सिंह माँ की ममता जागी रे
आंख्यां आगै टूटै फांसी आग बदन मैं लागी रे 
तीसरी पीढ़ी जेल मैं बेटा चिंता कदे करी ना 
आच्छे भुण्डे दिन देखे सारे कदे बी डरी  ना 
यातना सुनकै बेटा कभी आंख्यां मैं नीर भरी ना 
इतना छोटा तूँ टूटज्या फांसी या थी मेरै जरी ना 
मैं कमजोर क्यूं होई बेटा गसी मनै क्यूँ आगी रे | 
शेर की माता होसै शेरनी दुनिया कहती आई 
सुण कै सजा फांसी की बेटा कति ना घबराई 
अपना पराया कोई मिल्या ना आंख्यां आंसू लाई 
आज जागगी ममता माँ की जाती नहीं बताई 
तेरी देख वीरता बेटा मनै रही स्वर्ग की पागी रे | 
आज्या बेटा जब याद तेरी ना रोक आंसू पाऊं 
बेटा होगा भूखा प्यासा मैं क्युकर रोटी खाऊँ 
वीर सै बेटा मेरा न्यूं हंस हंस कै बताना चाहूँ 
दुनिया मैं होगा नाम तेरा क्युकर दिल नै समझाऊँ 
सुन कै तारिख फांसी की चिंता दिल पै छागी रे| 
देश के दुश्मन दलालां नै दे गवाही जुल्म कमाया 
तेरी समझ देख कै रे बेटा अंग्रेज घणा घबराया 
माणस माणस मैं ना हो फर्क था तनै समझाया 
अंतिम इच्छा मैं भंगी का मंगा खाना सच कर दिखाया 
कुलभूषण पहरा देंगे तेरी सोच पै मेरे मन भागी रे |     

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