Saturday, 28 October 2017

जन अधिकार जन एकता

फासीवाद की घण्टी
फासीवाद की घण्टी खड़कै संकट घणा भारी छाया रै
जन अधिकार जन एकता का यो लड़ाकू मंच बनाया रै
1
बहुविविधता म्हारे देश की इसपै हमला बोल दिया
आच्छे दिन ल्यावांगे का नारा बणा कसूता मखौल दिया
इनके साहमीं जो बोलैं उनका गोली तैं सीना छोल दिया
आज किसानां की कड़ तोड़ी अमीर चांदी मैं तोल दिया
वायदा भ्रष्टाचार खत्म का देकै यो वोटर गया भकाया रै
जन अधिकार जन एकता का यो लड़ाकू मंच बनाया रै
2
वायदे याद दिवावण खातर जिब लोग सड़कां पै आये
वायदे पूरे करण की जागां लोग बाग़ बहोत धमकाये
जो ना माने उनके ऊपर छापे सीबीआई के मरवाये
किसान मजदूरों के संघर्ष लाठी गोली तैं गए दबाये
लंकेश गौरी का शरीर गोलियों से छलनी करवाया रै
जन अधिकार जन एकता का यो लड़ाकू मंच बनाया रै
3
भ्रष्टाचार की खातर तै गया संस्थागत ढांचा बनाया यो
देशी बदेशी कम्पनी दे खुलकै चँदा कानून सुझाया यो
बदले मैं कारपोरेट कै देश गैहणै गया धरवाया यो
धर्म निरपेक्ष संविधान तैं धर्म का बाणा पहराया यो
हिन्दू मुस्लिम जात पात का नफरत का जाल फैलाया रै
जन अधिकार जन एकता का यो लड़ाकू मंच बनाया रै
4
रेल बैंक बीमा दे बदेशी तैं राष्ट्रवाद का राग गावैं रै
मजदूरी करी घणी सस्ती इनके हक खोसते जावैं रै
जो इनके खिलाफ बोलैं उननै ये राष्ट्र द्रोही बतावैं रै
शिक्षा सेहत रोजगारां नै ये प्राईवेट की भेंट चढ़ावैं रै
रणबीर नै गीत बणा कै जन एकता का नारा लाया रै।

जन अधिकार जन एकता यो लड़ाकू मंच बनाया रै

Monday, 9 October 2017

दशहरा

अच्छाई की जीत बुराई पै दशहरा जावै सै मनाया।।
यो रावण हराया रामजी नै ज्यां जावै आज जलाया।।
1
या तो राम रावण की सै महाकथा कदे लिखी बताई
तुलसी दास नै एक लिखी दूजी बाल्मीक नै सै रचाई
बात एकसी सैं उनमें कुछ दोनूआं मैं फर्क बी पाया।।
यो रावण हराया रामजी नै ज्यां जावै आज जलाया।
2
आज के राम रावण कौण इसपै विचार नहीं करते
म्हारी कमाई लूट लूट कै आज के रावण घर भरते
अडाणी अम्बानी पक्के रावण पूरा देश लूट कै खाया।।
यो रावण हराया रामजी नै ज्यां जावै आज जलाया।
3
आज सबतें बड्डा रावण सै यो अमरीका सही बताऊँ
दुनिया डरा राखी सै खतरनाक इसकी फ़ौज दिखाऊं
झूठे बाहने टोह करकै हमला करकै यो ईरान खिंडाया।
यो रावण हराया रामजी नै ज्यां जावै आज जलाया।
4
आज के रावण कैसे जलावां इपै आओ विचार करांगे
रावण नै राम समझ कै अपनी अर्थी तैयार करांगे
कहै रणबीर बरोने आला यो छन्द तोड़ का बनाया ।।
यो रावण हराया रामजी नै ज्यां जावै आज जलाया।

बीफ गऊ भारत माता

बीफ गऊ भारत माता आगे असली मुद्दे फैंक बगाये।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।
1
कितने करोड़ युवाओं को रोजगार दिया बताते कोण्या
गंगा मैया कितनी साफ़ हुई जिकरा कति चलाते कोण्या
बुल्लेट ट्रेन के कोच कितने तैयार करे दिखाते कोण्या
मेक इन इंडिया का के नतीजे लिखे कितै पाते कोण्या
दलित विरोध बढाँते जावैं दलित राष्ट्रपति भी बनाये।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।
2
कितने दागी नेता जेल गए नहीं कोये हिसाब बताया
पन्दरा लाख म्हारे खातयाँ मैं आज तलक कोन्या आया
कश्मीर का हाल बुरा करया पीडीएफ तैं हाथ मिलाया
जवानों के खाण पीण मैं यो सुधार थोड़ा बी ना पाया
झूठे इतने वायदे करकै देखो फ़ौज के जवान बहकाये।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।
3
किसान आमदनी दुगणी करांगे जोर के नारे लगाये थे
डीजल पैट्रोल करांगे सस्ते घणे सब्ज बाग़ दिखाये थे
फांसी नहीं खावण देवांगे जुमले बहोत घणे सुनाये थे
स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करांगे ये सन्देश पहोंचाये थे
गरीबी कति टोही नहीं पावैगी सपन्यां मैं खूब घुमाये।।
4
ईमानदारों के खाते मैं यो म्हारा भारत देश आया कोण्या
रूपये के मुकाबले यो डॉलर नीचे नै आता पाया कोण्या
स्मार्ट सिटी का नक्शा थारा इस जनता नै भाया कोण्या
बहुविविधता पढ़न बिठा दी यो भाईचारा भाया कोण्या
कहै रणबीर बरोने आला दिमाग लगा मनै छंद रचाये ।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।

Saturday, 7 October 2017

धरत्ती पुत्र ना बेरा होतै मैं भेद बतादयूं सारा।।
भूमि अधिग्रण कानून ल्याकै ,तूँ धरती कै दे मारया।।
1
धरत्ती खोसन खात्तर लोगो हुक्म हुया सरकारी 
धरती देनी पड़ै जरूरी यो फतवा होग्या जारी
कानून बनाकै हाथ काट लिए , ना मर्जी चालै थारी
जब तक आवै तेरै समझ मैं होज्यागी लाचारी
गाम के गाम आड़े उजड़गे , कुछ ना चालै चारा।।
धरत्ती पुत्र ना बेरा होतै मैं भेद बतादयूं सारा।।
2
किसान हित की बात करैं और अम्बानी तैं बतलारे
सबका करैं विकास नयूं कहकै झूठा ढोंग रचारे
कड़े फैंसले लेने होंगे नयूं ज़िक्र रोज चलारे
राम राम मूंह तैं कैहरे और छुरी बगल मैं ठारे 
आच्छे दिन ईब  आज्याँगे यो बिल्कुल झूठा नारा।।
3
तेरी सहमति की नहीं जरूरत बस आकै हुक्म सुनावैंगे
प्लॉट काटैं कितै फ्लैट बनाकै पूँजी खूब बढ़ावैंगे
मुआवजा कर दिया कति घाट, ये नई नई चाल चलावैंगे
जो मिलज्या लें घाल गौज मैं नयूं कैहकै धमकावैंगे
छल कै लेगे वोट थारी यो जरा जाण सै थारा।।
धरत्ती पुत्र ना बेरा होतै मैं भेद बतादयूं सारा।।
4
तेरे दो पाहयाँ नै नहीं ठिकाणा , बढ़ ज्यागी बीमारी 
नशे पते मैं पड़कै या औलाद बिगड़ज्या थारी
बालक बच्चे बिलखैंगे तेरी रोवैगी महतारी 
टोटे कै मैं फांसी खाज्या जब कर्जा चढज्या भारी
मुकेश कहै तूँ चेत बावले यो तै नाश हो लिया भारया ।।
धरती पुत्र ना बेरा हो तै मैं भेद बतदयूं सारा ।।