निराश मतना होईये बेटी दिखा दे तूं बन कै नै चिंगारी ||
पाछै मतना हटिये जंग तैं छोरी निगाह तेरे पै टिकारी ||
हरयाणा मैं महिलावाँ नै आजादी का बिगुल बजा दिया
खेलां मैं चमकी दुनिया मैं शिक्षा मैं आगै कदम बढ़ा दिया
dialectis का नियम यो दूजी ताकत पीछे नै धिकारी ||
घबरायीयो मतना होंश राखियो संघर्ष बिना गुजारा ना
बाहर भी खतरा घर मैं खतरा यो दिल ठुकता म्हारा ना
दुखती राग पै पां टेक दिया आज दिल तैं जनता पुकारी ||
इंसानियत बचानी सै मिल कै हम सब कसम नयों खावाँ
गुण दोष के आधार पर परखां नहीं जात गोत पै जावाँ
कहना आसान पर करना औखा मुश्किल आज्याँ घनी भारी ||
आज मजबूत संगठन बनाकै हम अत्याचार मिटावांगे
नए नव जागरण की हम घर घर मैं अलख जगा वांगे
कहै रणबीर बरोने आला थारा साथ देवैगा यो प्रचारी ||
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