Saturday, 2 August 2014

बीज पर कब्जा बदेशी कंपनी का

बीज पर कब्जा बदेशी कंपनी का
अपना बीज क्यूकर बनावां सोचां मिलकै सारे रै ॥
कार्पोरेट  नै करया कब्जा धरती पै दे कै मारे रै ॥
देशी बीज पुराने म्हारे हटकै ढूंढ कै ल्याने होवैंगे
कसम खावैं मोन्सैन्टो के बीज हम नहीं बोवैंगे
सब्जी मैं कार्पोरेट छाया ईब दूजे बीजां पै छारे रै ॥
हर साल नया बीज ल्यो इसा कम्पनी का प्रचार रै
बीज की कीमत बढाकै लूटैं किसान घणा लाचार रै
कीटनाशक अन्तोले बरते चोए के पाणी खारे रै ॥
खेती म्हारी जहर बनादी लगत इसकी बढ़ती जा
बदेशी कम्पनी रोजाना या म्हारे सिर पै चढ़ती जा
खेती बाड़ी खून चूसरी आज कर्जे नै पैर पसारे रै ॥
भाईयो गाम म्हारा रै यो बीज बी हो म्हारे गाम का
बदेशी की लूट घटैगी यो  मान बढ़ैगा सारे गाम का
रणबीर बीज अपना हो बचैं फेर नफ़े करतारे रै ॥ 

No comments: