FDI
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै
मारे जाँ रोजगार वे लेज्याँ कष्ट कमाई नै
१. खुदरा बाजार सुनियो ,म्हारे देश का न्यारा सै
चार करोड़ लोगां का यो होरया ठीक गुजारा सै
अमरीका आज सीद्हम सीधा इस्पे नजर गड़ा रया सै
हो हो रोको इस करडाई नै ,
यो तो धुर तैं निशाना लाया , पूंजीपति कसाई नै ,
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै
मारे जाँ --------------
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै
मारे जाँ रोजगार वे लेज्याँ कष्ट कमाई नै
१. खुदरा बाजार सुनियो ,म्हारे देश का न्यारा सै
चार करोड़ लोगां का यो होरया ठीक गुजारा सै
अमरीका आज सीद्हम सीधा इस्पे नजर गड़ा रया सै
हो हो रोको इस करडाई नै ,
यो तो धुर तैं निशाना लाया , पूंजीपति कसाई नै ,
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै
मारे जाँ --------------
२. याद करो व्यापार करण नै , अंग्रेज कंपनी आई थी
साल तीन सौ रह कै इसनै ,छक कै लूट मचाई थी
जितने छोटे मोटे धंधे सबकी करी तबाही थी
हो हो वे खगे दूध मलाई नै ,
होया मेहनत कश बर्बाद खां नै रोटी थ्याई नै
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै ,
मारे जाँ ----------------
३. वालमार्ट ,टेस्को जैसी विदेशी कंपनी आवै गी
देशी धंधे ठप कर कै नै लूट लूट ले ज्या वै गी
हो हो समझो इस चतुराई नै ,
अमरीका तै क्यूं आवै , कोई म्हारी भलाई नै ,
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै ,
मारे जाँ ----------------------
४. कैह मुकेश थाम सोचो लोगो विपदा सिर पै आण पड़ी
भगत सिंह या तेरी विरासत म्हारे हाथ तैं जाण लगी
पी एम् सी एम् सारे बिकगे , बाद खेत नै खान लगी
हो ध्यान तै सुन कविताई नै ,
कठ्ठे हो कै लड़ो आजादी जिसे लडाई नै ,
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै ,
मारे जाँ ------------------------
"मुकेश "
साल तीन सौ रह कै इसनै ,छक कै लूट मचाई थी
जितने छोटे मोटे धंधे सबकी करी तबाही थी
हो हो वे खगे दूध मलाई नै ,
होया मेहनत कश बर्बाद खां नै रोटी थ्याई नै
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै ,
मारे जाँ ----------------
३. वालमार्ट ,टेस्को जैसी विदेशी कंपनी आवै गी
देशी धंधे ठप कर कै नै लूट लूट ले ज्या वै गी
हो हो समझो इस चतुराई नै ,
अमरीका तै क्यूं आवै , कोई म्हारी भलाई नै ,
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै ,
मारे जाँ ----------------------
४. कैह मुकेश थाम सोचो लोगो विपदा सिर पै आण पड़ी
भगत सिंह या तेरी विरासत म्हारे हाथ तैं जाण लगी
पी एम् सी एम् सारे बिकगे , बाद खेत नै खान लगी
हो ध्यान तै सुन कविताई नै ,
कठ्ठे हो कै लड़ो आजादी जिसे लडाई नै ,
हो हो ये ल्यारे ऍफ़ ड़ी आई नै ,
मारे जाँ ------------------------
"मुकेश "
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